‘अम्न के दुश्मन’ ( 1 ) जाति-धर्म/भाषा के नाम पर लड़ने वाले अम्न के दुश्मनों…
Category: पद्य
रश्मि विपिन अग्निहोत्री की कवितायेँ
कविता-1 कुछ इस कदर मर्यादा रखो । तहज़ीब औरों से ज्यादा रखो । ग़र जीतना है…
डॉ. संजय दानी की ग़ज़लें
( ग़ज़ल ) आईनों से नहीं है दुशमनी मेरी , अक्श से अपनी डरती ज़िन्दगी मेरी।…
नयी कलम – श्रुति सिन्हा की कवितायेँ
मंजिल यही है पर यह नहीं मंजिल यही है पर यह नहीं , शायद…
काव्य-बरखा भाटिया
दर्दों की दास्तान है ग़रीब का चेहरा रोती हुई मुस्कान है ग़रीब का चेहरा। मोहरा है…
प्रभाती मिंज की कविताएं
आसमान लहरा दो परचम आसमान में करो हस्ताक्षर अब आसमान में। लिख लो तकदीर अपने हाथों…
काव्य-त्रिलोक महावर
परिदृश्य कत्लेआम हुआ आम का हुआ विनाश पलाश का दरस भी नहीं मिला सेमल का, बताओ…
महेश राजा की लघुकथा और कविता
ईमानदार नागरिक प्रायः मुझे हर दूसरे दिन बस से शहर जाना होता था। बहुत पहले की…
कृष कर्तव्य रामटेके की कविताएं
1- कपटी जिस्म रूह बेच आया फूटी किस्मत जोड़ने को। उसे मालूम कहाँ था, सिर्फ पानी…
डॉ. किशोर अग्रवाल की कविताएं
बहुत दिन बाद गर्द धुंध व कोहरे की उदासी से निकल कर धूप नीचे तक उतर…