रात अंधेरे को लपेटे अपने तन से रात चली उदास मन से मैंने कहा रात से,…
Category: नई कलम
साहित्य के क्षेत्र में प्रवेश करने वाले नवीन साहित्यकारों की रचनाएँ का मंच
नयी कलम – श्रुति सिन्हा की कवितायेँ
मंजिल यही है पर यह नहीं मंजिल यही है पर यह नहीं , शायद…
बढ़ते कदम-काव्य-किशोर मनवानी
ये बीस मेरे देश को दे गया कैसी टीस ये बीस मेरे देश को दे गया…
बढ़ते कदम- अनिता चांडक की कविताएं
आसमान धरती पर गड़ा वृक्ष, आसमान की ओर बढ़कर फलेगा। आसमान की वर्षा से, धरती का…
बढ़ते कदम-ओम प्रकाश ध्रुव की कविताएं
अनजान निकल पड़ा हूँ अनजान डगर पे, शायद मंज़िल मिले इसी सफ़र पे। उम्मीद की…
बढ़ते कदम-हेमंत बघेल
महाप्रभु किरपा करा (हल्बी) भूखे पेट रहुन पेज पसिया खाउन बेटा के पढ़ाले। महाप्रभु (सरकार)…
कृपाल देवांगन की कवितायेँ
हसीन दर्द जो कहना चाहते हो हमसे वह कह भी लो, ऑंखों के आशियाने में हमारे…
रेखराम साहू की कविता
बस्तर की पीड़ा किसे कहें बस्तर की पीड़ा कौन सुने इसकी चित्कार आज यहां के जनमानस…
दिवाकर दत्त त्रिपाठी का काव्य
गीत आज कहीं बरबाद न कर दे, आने वाला कल सोचूंगा, अब हर एक…
दोस्ती :- एक अनोखा रिश्ता-अंजली सिन्हा
दोस्ती :- एक अनोखा रिश्ता ‘दोस्ती‘-कहने को तो एक छोटा सा शब्द है, पर अगर इसके…