पदमश्री धर्मपाल सैनी की कवितायेँ पृच्छा -1- काम पृच्छा आयु में अमर है, अस्तित्व हित…
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काव्य-संतोष श्रीवास्तव
तस्वीर बहुत लोग मिले जीवन में मन को बहलाने गम को, गले लगाने। बहुत लोग मिले…
आत्मकथन: पद्मश्री धर्मपाल सेनी
आत्मकथन: पद्मश्री धर्मपाल सेनी बस्तर- स्वप्न, प्रयत्न और परिवर्तन अपनी चमकदार और गहरी और भावभरी आंखों…
कहानी-बंजारन-रत्न कुमार सांभरिया
बंजारन सांप की लकीर- सी सर्पाकार सड़क खेतों-खांखरों से होती गांवो-ढाणियों की ओर निकल गई थी।…
ग़ज़ल- सुनीति बैस
ग़ज़ल वही मंजिलों की दिशा जानता है बता देगा, वो रास्ता जानता हैै। मुझे क्या पता…
आलेख-नारी के आसपास-नवल जायसवाल
नारी के आसपास नारी सृष्टि का प्रतीक है जो पृथ्वी के उद्विकास की विभिन्न अवस्थाओं एवं…
व्यंग्किाएं
व्यंग्किाएं नसीहत मैंने, एक भ्रष्टाचारी की लानत मलानत की…! और ऊपर से अच्छी नसीहत दी…! उसने…
अंक-8-नक्कारखाने की तूती-विकास से दूर या संस्कृति रक्षण
विकास से दूर या संस्कृति रक्षण बस्तर की विकास की बातें करने वालों के साथ एक…
अंक-8 विवरणिका पदमश्री धर्मपाल सैनी पर केन्द्रित
विवरणिका लघुकथा/डॉ. शैलचंद्रा/1डॉ शैलचंद्रा की लघुकथा पाठकों से रूबरू/2पाठकों से रूबरू पाठकों की चौपाल/5अंक-8 पाठकों की…
कहानी-डॉ शुभ्रा श्रीवास्तव
सजा समगति से चल रही आलोक की सांसो से मुझे अजीब सी वितृष्णा हो रही है।…