व्यंग्किाएं

व्यंग्किाएं

नसीहत

मैंने,
एक भ्रष्टाचारी
की लानत
मलानत की…!
और
ऊपर से
अच्छी
नसीहत दी…!
उसने कुढ़कर
भुन्नाकर
कहा कि
आप हैं
दरअसल
हमारी राह
के कांटे…!
तो जवाब
में मैंने
उससे
दो टूक
बात कही कि
उल्टा चोर
कोतवाल को डांटे….!

भेद

भ्रष्टाचार
औैर आतंकियों
में जरा
भी नहीं है भेद…!
क्योंकि
दोनों का
खून हो गया है
सफेद…!
अठखेलियां

देश जाये
भाड़ में
जाति-धर्म
की आड़ में
विप्लव हो
रहे हैं,
और
चल रहीं हैं
धांय-धांय
गोलियां…!
लेकिन
ऐसे
समय भी
हमारे
जनप्रतिनिधि को
सूझ रही हैं
अठखेलियां….!

रंगभेद

रंगभेद नीति
अपना असर
दिखा रही है…!
तभी तो गोरी पत्नी
और काले पति के
बीच
तू-तू, मैं-मैं
की नौबत
आ रही है….!

अविनाश ब्यौहार
‘उमरिया पान.’
86-रॉयल एस्टेट कॉलोनी
माढ़ोताल, कटंगी रोड
जबलपुर-482002
मो.-9826795372