मैं महेश्वर जी के घर में बैठा उनसे सवाल पूछने की तैयारी कर रहा था। सर…
Category: गद्य
गद्य आधारित विधाओं का स्तम्भ
महेश्वर नारायण सिन्हा (पार्ट-2)
सनत जैन-आरक्षण से समाज एक वर्ग का उत्थान है या फिर शोषण ? महेश्वर जी-वास्तविक…
महेश्वर नारायण सिन्हा (पार्ट-1)
स्वभाव से एकांतवासी, कर्म किये जा फल की चिंता मत कर! शायद यही महेश्वर जी का…
सपन सलोना
अर्ध रात्रि का ज्ञान पकने का समय कई दिनों से अब तक/लिखने का समय 8.00 पी.एम.…
लघुकथाओं से वैचारिक विमर्श संभव है ?
अर्ध रात्रि का ज्ञान पकने का समय कई दिनों से अब तक/लिखने का समय 8.00 पी.एम.…
किसी रचनाकार की रचना का विषय समीक्षक की तटस्थता को प्रभावित करता है या नहीं ?
पकने का समय कई दिनों से अब तक/लिखने का समय 8.00 पी.एम. से 1.05 ए.एम. दिनांक-8…
कहानी-बीमार-बस्तर पाति फीचर
बीमार आँखों की पलकों का भारीपन यूँ था मानों पलको के बालों को मिलाकर किसी ने…
आलेख-पाठकों की समस्याः लेखक क्या करे-बुड़बक सिंह राजपूत
पाठकों की समस्याः लेखक क्या करे लेखक और पाठकों का विमर्श ब्रहम् के विमर्श की…
महेश राजा की लघुकथा और कविता
ईमानदार नागरिक प्रायः मुझे हर दूसरे दिन बस से शहर जाना होता था। बहुत पहले की…