ग़ज़ल 1 तिश्नगी (प्यास) सांस जाये टूट पर ज़िंदा रहेगी तिश्नगी बेकरारी का बने कोई सबब…
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मोहम्मद मुमताज़ हसन की कवितायेँ
‘अम्न के दुश्मन’ ( 1 ) जाति-धर्म/भाषा के नाम पर लड़ने वाले अम्न के दुश्मनों…
काव्य-रमेश जैन राही
पहुँच एक अधिकारी के रवैये से जब नागरिक त्रस्त रहने लगे तो उनकी शिकायत उच्च स्तर…
काव्य-नज़्म नफरत निकाल के-ज़ाल अन्सारी
नज़्म नफरत निकाल के दोस्ती का फूल ये बेमिसाल हैं इस फूल को यारा रखना संभाल…
काव्य-डॉ. के. के. अग्रवाल
वह मेरे घर आई है वह मेरे घर आई है दबे पांव, कई दिनों से आ…
काव्य-वर्षा रानी-विजय वर्धन
वर्षा रानी फिर आयी ऋतुओं की रानी वर्षा रानी, वर्षा रानी। गर्मी ने था खूब सताया…
काव्य-डॉ कौशलेन्द्र मिश्र
विश्वगुरु की राह पर सरस्वती के मन्दिर में सात साल के बच्चे की हत्या पाँच साल…
काव्य-मां का रिश्ता-प्रा.डॉ.प्रकाश वि. जीवने
मां का रिश्ता मां के आगे कोई छोटा न बड़ा ईश्वर भी होते उसके आगे एक…
काव्य-कोई परचम-रोज़लीन
कोई परचम …..प्रेम करते हो! आकाश की हथेलियों में उछलते रंगों के भुरभराते गुब्बारे बरबस फूट…
काव्य -केशरीलाल वर्मा
कफन ये कवि, तुम लिखते हो हरदम, दुनिया की हर कड़ियों पर कविता। कफन सा चादर…