काव्य-डॉ. के. के. अग्रवाल

वह मेरे घर आई है वह मेरे घर आई है दबे पांव, कई दिनों से आ…

अंक-17-बहस-11-परिदृश्य

11-परिदृश्य दिनांक 23 मार्च 1931 -भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को ब्रिटिश सरकार ने फांसी दी।…

अंक-17-बहस-6-आज का सच ?

6-आज का सच ? आज पांचवा दिन है, पितामह को हम लोग सुन रहे थे -’’किसी…

कहानी-आत्मविश्वास-अंकुश्री

आत्मविश्वास सुबह-सुबह मैं दरवाजे पर बैठा ब्रश कर रहा था। तभी एक लड़की मेरे सामने आकर…

अंक-17-बहस-14-भारत में मार्क्सवादी पार्टी : एक संक्षिप्त नजर

14-भारत में मार्क्सवादी पार्टी : एक संक्षिप्त नजर कांग्रेस के भीतर विचारों को लेकर दो विपरीत…

अंक-17-बहस-मार्क्स एवं गांधी बनाम मार्क्सवाद एवं गांधीवाद, 1-परिचय

मार्क्स एवं गांधी बनाम मार्क्सवाद एवं गांधीवाद 1-परिचय हल्की हवा का झोंका आया और पीपल के…

अंक-17-बहस-2-गांधी जी और मशीन

2-गांधी जी और मशीन आज हम फिर पीपल की छांव तले बैठे थे। लगभग सब के…

अंक-17+18+19 पाठकों की चौपाल

सम्पादक महोदय आपके द्वारा प्र्रेषित बस्तर पाति पत्रिका का अंक प्राप्त हुआ। बहुत बहुत धन्यवाद एवं…

फैसला-दिनेश कुमार छाजेड़

फैसला फैक्ट्री मैनेजर ने कर्मचरी राकेश को अपने चेम्बर में बुलाया। मैनेजर ने राकेश को कहा,-’’सुना…

क्षणिका-डॉ जयसिंह अलवरी

निर्दोष वह न चोर था न कातिल न गुनाहगार फिर भी उसे दोषी ठहराया गया क्योंकि…