18-गांधी और मार्क्स : एक नजर यूं तो इस लेख के पहले लफ्ज से अब तक…
Category: गद्य
गद्य आधारित विधाओं का स्तम्भ
जनता सब समझती है बेवकूफ न समझना
जनता सब समझती है बेवकूफ न समझना सुबह सुबह आने वाली काम वाली बाई आज काफी…
अंक-17-बहस-10-रूकावट के लिए खेद है -भारत में मार्क्सवाद
10-रूकावट के लिए खेद है -भारत में मार्क्सवाद जैसा कि पूर्व में लिखा जा चुका है…
अंक-17-बहस-16-गांधीजी, गांधीवाद और गांधीवादी -हिंसा बनाम अहिंसा
16-गांधीजी, गांधीवाद और गांधीवादी -हिंसा बनाम अहिंसा सत्य परेशान हो सकता है, पर सत्य पराजित नहीं!…
अंक-17-बहस-11-परिदृश्य
11-परिदृश्य दिनांक 23 मार्च 1931 -भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को ब्रिटिश सरकार ने फांसी दी।…
अंक-17-बहस-14-भारत में मार्क्सवादी पार्टी : एक संक्षिप्त नजर
14-भारत में मार्क्सवादी पार्टी : एक संक्षिप्त नजर कांग्रेस के भीतर विचारों को लेकर दो विपरीत…
कहानी-आत्मविश्वास-अंकुश्री
आत्मविश्वास सुबह-सुबह मैं दरवाजे पर बैठा ब्रश कर रहा था। तभी एक लड़की मेरे सामने आकर…
अंक-17-बहस-मार्क्स एवं गांधी बनाम मार्क्सवाद एवं गांधीवाद, 1-परिचय
मार्क्स एवं गांधी बनाम मार्क्सवाद एवं गांधीवाद 1-परिचय हल्की हवा का झोंका आया और पीपल के…