करे आहत झुर्रियां, झिड़कियां ज़िन्दा चाहत. फैला देता है सन्नाटा ही सन्नाटा यादों का शोर. भैय्या…
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प्रवेशांक पाठकों की चौपाल
आप नयी पत्रिका ‘‘बस्तर पाति’’ का प्रकाशन करने जा रहे हैं-शुभकामनाओं सहित बहुत-बहुत बधाई. साहित्य संसार…
प्रवेशांक-नक्कारखाने की तूती-आरएसी टिकट में रेल जागरण यात्रा
ट्रेन से यात्रा करते वक्त कितनी दफा टीटी आपकी आरएसी टिकट से बर्थ कंफर्म किया है…
प्रवेशांक-कविता कैसे बदले तेरा रूप
कविता का रूप कैसे बदलता है देखें जरा. नये रचनाकार ने लिखा था नवीन प्रयास था…
काव्य-शशांक श्रीधर
दहेज का लोभ एक दिन मैंने सोचा क्यों न बहू को मार डालूं उसका गला घोंट…
प्रवेशांक-रेखाचित्र-सुरेश चितेरा
श्री सुरेश विश्वकर्मा बस्तर संभाग के एकमात्र कार्टूनिस्ट श्री सुरेश विश्वकर्मा पेशे से शिक्षक और साहित्य…
नयी कलम-रेखराम साहू
चला जाऊंगा मैं कभी चला जाऊंगा मैं कभी शहर तेरा ये छोड़कर नहीं आऊंगा फिर यहां…
छ.ग. हिन्दी साहित्य परिषद ने मनाया वसंतोत्सव
जनाब रऊफ परवेज़ की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ हिन्दी साहित्य परिषद जगदलपुर ने कला एवं साहित्यिक संस्था…
लघुकथाएं-तारिक अनवर तसनीम
अपनी अपनी सोच ’’पापा! इस बार मैं अपने बर्थ डे पर कुछ नया सा गिफ्ट लूंगा…आप…
प्रवेशांक-बहस-कथा में तकनीक – एक
कथाकार कहानियों में जान डालने के लिए तकनीक का इस्तेमाल करता हैं. यह बात सामान्य साहित्य…