कुछ ऐसी हो रात एक रात कभी कुछ ऐसी हो लगे हर घड़ी ही जैसे बस…
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काव्य-बस्तरः कुछ कविताएं-जयप्रकाश मानस
बस्तरः कुछ कविताएं एक. प्रश्न यह नहीं वहां पहले नक्सली पहुंचे या पुलिस प्रश्न यही है…
कंचन सहाय वर्मा की कवितायेँ
इक सा नारी सिर्फ षोड़सी या बिहारी की नायिका नहीं कोमलता की सुंदरतम कृति नहीं दहेज…
श्रीमती सरिता पाण्डेय की कवितायेँ
तेरे आंचल सी नहीं या तो गृहलक्ष्मी कहा, या फिर पग की धूल। इन दोनो ही…
नज़्म सुभाष की ग़ज़लें
ग़जल-1- यूं मुझे तनहाई देगा, अंतिम बार विदाई देगा। बहुत शोर है मेरे भीतर, कुछ भी…
लाला जगदलपुरी संस्मरण- सुरेश चितेरा
काव्यः लालाजी की याद में लाला जी के याद में वे कवि थे, लाला जी थे,…
सुमय्या काशिफ की कवितायेँ
मां देख रही हूं सपनों में जिसे अपने ख्वाबों ख्यालों में जिसे सोच रही हूं और…