लघुकथा-संतोष श्रीवास्तव

उत्सव आज रामलाल गुरूजी अपने विद्यालय से अवकाश के पश्चात घर लौटते वक्त बड़े उदास से…

नमक का दारोगा के बहाने

नमक का दारोगा जब भी हम दुनिया को लेखक की नजर से देखते हैं तो दुनिया…

आलेख-डाॅ कौशलेन्द्र मिश्र

अस्तित्व का संकट लोग परेशान हैं कि उनका और उनके धर्म का अस्तित्व ख़तरे में है…

कहानी-सुखबीर

रोशनियां और रात यह सातवां या आठवां स्केच है, जो मैं अभी-अभी बनाकर हटा हूं। पर…

लघुकथा-बकुला पारेख

बचपन सुड़क सुड़क कर गरमा गरम दाल पीते हुए दाल बाफलों का आनंद ले रहे थे..…

निशानेबाज

राजनीति ’भाइयों! इस बार तो लग रहा है वर्षों पुरानी मांग पूरी हो ही जायेगी।’ कंुदन…

शोध आलेख-डाॅ कौशलेन्द्र

इमली का ऐतिहासिक पेड़ कहाँ है? भूमकाल क्रांतिनायक गुण्डाधुर के साथियों को बिना मुकदमा चलाये इमली…

व्यंग्य-सुरेन्द्र रावल

हम फिर चूक गये पहले भी ऐसा ही होता था। इस बार भी यही हुआ। पहले…

व्यंग्य-सुभाष पाण्डे

सावधान मंत्री भ्रमण पर आ रहे हैं एक वन अधिकारी, जिसने हाल ही में उच्च स्तरीय…

लघुकथा-महेश राजा

स्मृति शेष आज क्रिसमस का पवित्र त्यौहार था। चारों तरफ खुशियाँ ही खुशियाँ थी। राज सुबह…