व्यंग्य – शादी वाला तेल – सनत सागर

शादी वाला तेल ’दोस्त के बेटे की शादी है तो आपका पूरा सम्मान निभाया जा रहा…

मधु -कहानी -सनत सागर

मधु समाचार पत्र का पन्ना यूं पलटा मानों उसे कोई बहुत आवश्यक कार्य की प्रतीक्षा हो।…

सनत सागर का व्यंग्य – शुभचिंतक

शुभ चिंतक ’भाभी! आप न, बादाम, चिरौंजी, मखाना, खसखस लेकर इनको घी में तल लो और…

सनत सागर की कहानी-क्यों

क्यों   समुद्र की लहरें किनारों पर टकरा जरूर रहीं थीं परन्तु उनसे चोट का अहसास…

कहानी-मोड़ पर नया मोड़-सनत सागर

मोड़ पर नया मोड़ मैं धीर गंभीर मुद्रा में खड़ा रहा। बुद्धि मानों कुंद हो गयी…

सनत सागर की कहानी -शिकार

शिकार बैलगाड़ी के लगातार जाने से बने पहियों के गहरे निशान जंगल के अंधियारे में गुम…

सनत सागर की कहानी -छाया

छाया संतृप्त होने तक मैं उसे देख लेना चाहता था। जाने क्यों बार-बार उसकी मुखाकृति विस्मृत…

सनत जैन की कहानी-सफर

सफर   लेखक-सनत सागर, संपादक बस्तर पाति, जगदलपुर, छ.ग. ’लो आखिर हमारी भगवान ने सुन ही…

सनत सागर की कहानी-शराफत

शराफत     ‘‘भैया मैं तीन लोगों को भेज रहा हूं इनको किस काम में लगाना…

सनत सागर की कहानी -मेरा अक्कू वैसा नहीं है….

मेरा अक्कू वैसा नहीं है…. कलेन्डर की तारीख में एक गोला और बना दिया। इस गोले…