अंक-2, सितम्बर 14, मोहिनी ठाकुर जी पर केन्द्रित, कवर पेज एवं बैक पेज

हाइकू-गोपीनाथ कालभोर

भक्ति बाहर भीतर कुछ और शक्ति का घर। भगवान भी खुश उस पर है जो राक्षस…

काव्य-प्रीति प्रवीण खरे

बिटिया आगमन से बिटिया ने मन को हर्षित कर डाला सूने से इस आँगन में रिश्तों…

अंक-2-हिमांशु शेखर झा की कविता फेसबुक वाल से

औक़ात इन बेहद गर्म दिनों बड़ी औकात है सूरज की पर मज़दूर लछमन के सामने क्या…

काव्य-शिवेंद्र यादव

कल के खेल कभी हम खेला करते थे खिलौनों से,धूल-मिट्टी,पत्तों,डालों से खुले मैंदानों में। बाबा बताते…

दोस्ती :- एक अनोखा रिश्ता-अंजली सिन्हा

दोस्ती :- एक अनोखा रिश्ता ‘दोस्ती‘-कहने को तो एक छोटा सा शब्द है, पर अगर इसके…

अंक-2-गिरीश पंकज की कविता फेसबुक वाल से

इतनी कुंठा और निराशा ठीक नहीं सबको गाली देती भाषा ठीक नहीं। आप बड़े ज्ञानी-ध्यानी हैं…

लघुकथा-रवि यादव

लुटेरे पुणे से लौटते हुए जब अचानक कार ने धोखा दे दिया तो साहिल एकदम से…

नारी लेखन : कहने की जरूरत ?-थानसिंग वर्मा

नारी लेखन : कहने की जरूरत ? हिन्दी साहित्य में महिला लेखन का सवाल ‘दलित साहित्य’…

लघुकथा-मोहम्मद जिलानी

मोबाइल शहर की प्रसिद्ध पाठशाला में मुख्य अध्यापक से लेकर चपरासी तक सक्रिय दिखाई दे रहे…