काव्य-अरविन्द बहार

मैं बस्तर बोल रहा हूॅ अपने मन के तराजू के पलड़े तोल रहा हूँ. मैं बस्तर…

हायकू-उषा अग्रवाल ‘पारस’

करे आहत झुर्रियां, झिड़कियां ज़िन्दा चाहत. फैला देता है सन्नाटा ही सन्नाटा यादों का शोर. भैय्या…

प्रवेशांक-रेखाचित्र-सुरेश चितेरा

श्री सुरेश विश्वकर्मा बस्तर संभाग के एकमात्र कार्टूनिस्ट श्री सुरेश विश्वकर्मा पेशे से शिक्षक और साहित्य…

रचनाकारों से

हर व्यक्ति रचनात्मक होता है- शिक्षित या अशिक्षित कोई भी. जैसे धरती का हर कोना अपने…

प्रवेशांक, (मार्च-2014) विवरणिका

पाठकों से रूबरू/2 प्रवेशांक-बस्तर पाति पत्रिका प्रकाशन के उद्देश्य पाठकों की चौपाल/4 प्रवेशांक-पाठकों की चौपाल बहस- लोककथा, लोककथा कथाओं…

प्रवेशांक, मार्च 2014, कवर पेज एवं बैक पेज

प्रवेशांक-कवर पेज-बंशीलाल विश्वकर्मा

श्री बंशीलाल विश्वकर्मा श्री विश्वकर्मा का नाम बस्तर संभाग के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के लिए भी अनजाना…

काव्य-डा.सुजय कुमार शरण

वेलेन्टाइन डे खुद को खुश करने के मुझे मालूम हैं ढेर सारे तरीके वेलेन्टाइन डे को…

काव्य-श्रीमती सुषमा झा

वो चुप है सब उससे बार-बार कहते हैं लो यह आसमां तुम्हारा है उड़ लो चाहे…

काव्य-नरेन्द्र यादव

गीत-1 तैंहा छत्तीसगढ़ ला घुमा ले संगी ओकर महिमा गाले ओकर महिमा गाले संगी ओकर गुण…