दिया तले अंधेरा प्रतिदिन सुबह और सांयकाल मंदिर में पूजन करने के बाद पुजारी जी थाली…
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लघुकथा-सुषमा झा
काम ‘मां! आप काम करते-करते थक जाती हो।’ ‘क्या करूं बेटा! काम करना तो पड़ेगा ही।…
अंक 9+10-कविता कैसे बदले तेरा रूप
कविता का रूप कैसे बदलता है देखें जरा। नये रचनाकार ने लिखा था, नवीन प्रयास था…
लघुकथा-उर्मिला आचार्य
इष्ट पूजा बेटा बड़े मनुहार के बाद आया इष्टपूजा के लिए। ‘’होता’’ परिवार के ठीक सामने…
कृष्ण शुक्ल की कहानियों की समीक्षा
प्रस्तुत कहानियों की समीक्षा कृष्ण शुक्ल जी की कहानियां पढ़ते हुए ऐसा महसूस होता है मानों…
लघुकथा-भरत गंगादित्य
उच्च शिक्षित ‘‘पिताजी! लीजिए दूध।’’ उसने चौक कर देखा, उसका लड़का दूध लेकर सामने खड़ा था।…
लघुकथा-मधु सक्सेना
चोरी “देखो ना भाभी ज़रा मायके क्या गई घर में चोरी हो गई सब चला गया..वो…
लघुकथा-अलका पांडे
निःशब्द मैं गली के नुक्कड़ से अनाथ मिला बेबस। सुबह नाश्ते में लोगों की गालियाँ-लात अनायास…
लघुकथा-बाल कृष्ण गुरु
निरूत्तर ईश्वर काम में आते वक्त नौ साल की मुनिया पत्थर से टकराकर गिर पड़ी। घुटने…
लघुकथा-दिनेश छाजेड
शिकायत पत्नी ने बच्चों की शिकायत करते हुए पति से कहा-‘सुनो जी! दोनों बच्चों की शैतानी…