सुबह का भूखा: दो बिम्ब सोनू-’’मां रोटी दे…बहुत भूख लगी है।’’ मां-’’नासपीटे, तुझे सुबह-सुबह ही भूख…
Category: गद्य
गद्य आधारित विधाओं का स्तम्भ
लघुकथा-डॉ गजेन्द्र नामदेव
आईना चुनावी माहौल अपने चरम पर था। समाचार पत्रों की खबरें, समाचार चैनलों की तीखी उबाऊ…
लघुकथा-कृष्णधर शर्मा
ट्रक ड्राइवर जब फैक्ट्री से उसका ट्रक माल भरकर बाहर निकला तो खुशी उसके चेहरे पर…