अनजान निकल पड़ा हूँ अनजान डगर पे, शायद मंज़िल मिले इसी सफ़र पे। उम्मीद की…
Tag: कविता
काव्य-बस्तरः कुछ कविताएं-जयप्रकाश मानस
बस्तरः कुछ कविताएं एक. प्रश्न यह नहीं वहां पहले नक्सली पहुंचे या पुलिस प्रश्न यही है…
अनजान निकल पड़ा हूँ अनजान डगर पे, शायद मंज़िल मिले इसी सफ़र पे। उम्मीद की…
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