हाइकू
हाइकू लघु
अभिव्यक्ति सटीक
सशक्त विधा।
कविता वही
जो भावबोध देय
बाकी की हेय।
अपराध के
आक्रोश से उपजी
महिला शक्ति।
अपना दुःख
किसी से मत कहो
लोग हंसेंगे।
बांटो नेमतें
जो मिली प्रभु द्वारा
खुशी मिलेगी।
शिक्षित बेटी
परिवार गढ़ती
विकास तय।
यह मेरा है
वह पराया होगा
विकृत भाव।
सरिता मिली
सागर उल्लास में
गरजा खूब।
कोमल दूब
पांवो से दबकर
उमगती है।
वृद्ध मां बाप
तुम्हारे भगवान
सहेजो पूजो।
दान उसे दो
जिसकी है पात्रता
सबको नहीं।
नन्हा है बीज
लेकिन फाड़ता है
धरा की छाती।
दुःख आयेंगे
और मांजेंगे तुम्हे
संघर्ष हेतु।
पेट है तो क्या
भीख मांगोगे तुम!
याचना पाप।
खामोश व्यक्ति
अपने अंतर में
शोर पालता।
डॉ. रघुनंदन चिले,
232, मागंज वार्ड नं0ः1, दमोह म0प्र0 470661, मो-9425096088