लघुकथा-ओमप्रकाश बजाज

समाधान
फेमिली डॉक्टर की सलाहानुसार पत्नी को एक विशेषज्ञ के पास कन्सलटेशन हेतु ले गया था। पत्नी ने अपना हाल बताने के लिए मुंह खोला ही था कि विशेषज्ञ महोदय की मेज पर रखा फोन घनघना उठा। डॉक्टर साहिब ने लपक कर चोंगा उठाया और बात करने लगे। काफी देर तक बात चली।
डॉक्टर साहिब ने चोंगा रखा ही था और मेरी पत्नी ने अभी गिने चुने कुछ शब्द मुंह से निकाले ही थे कि फोन फिर बज उठा। पुनः डाक्टर साहिब ने फोन का चोंगा उठाया और बात करने लगे।
ऐसा-बिल्कुल ऐसा, तीसरी बार और फिर चौथी बार हुआ। मैं तो असमंजस में था कि क्या करें और क्या न करें कि मेरी पत्नी चलने के लिए उठ खड़ी हुई और बोली-‘‘चलिए, हम लोग बाहर चलें और फोन पर ही डाक्टर साहिब को कन्सल्ट कर लें।’’


ओमप्र्रकाश बजाज
विजय विला
166-कालिन्दी कुंज
पिपलिहाना, रिंग रोड, इंदौर-452018
मो.-9826496975