काव्य-डॉ नथमल झंवर

प्राइवेट अस्पताल


एक पेशेन्ट, सर्दी-खांसी दिखाने
प्राइवेट अस्पताल आया
पांच सौ की फीस पटा
डाक्टर को दिखाया।
डाक्टर ने कहा, सर्दी के लिए
ई.एन.टी. को दिखाइये
खांसी के लिए
हार्टवाले के पास जाइये।
पेशेन्ट बेचारा क्या करता
फिर पांच सौ पटाया
ई.एन.टी. को दिखाया
डाक्टर ने नाक का एक्स रे किया
कहा दवाई बाद में देंगे
पहले हार्टवाले का रिपोर्ट लेंगे
हार्टवाले ने, ई.सी.जी./चेस्ट एक्स रे
लेकर बताया
आपकी बीमारी गंभीर है
ब्रेन को इफेक्ट कर सकती है।
जाइये न्यूरो सर्जन को दिखाइये।
पेशेन्ट बेचारा दौड़ता रहा
हर बार पांच सौ की फीस
भरता रहा।
न्यूरो सर्जन ने
पेशेन्ट का स्टेटस तौला
बोला
सी.टी.स्केन कराना पड़ेगा
जरूरत पड़ी तो
एम.आर.आई. लेंगे
सारे रिपोर्ट देखकर
दवाई देंगे।
पेशेन्ट घबराया
सारे टेस्ट कराया
रिपोर्ट देख, डाक्टर ने कहा
रिपोर्ट सभी नार्मल है
घबराने की बात नहीं है
ये दवाई ले जाइये
एक हफ्ते बाद आइये।

सरकारी अस्पताल

सरकारी अस्पताल
मत पूछिये हाल
डाक्टर, दस की जगह
बारह बजे आयेगा
दो घण्टे
राउण्ड लगायेगा
बाद में आया
चेम्बर में आसन जमाया
मरीज बेचारा
आठ बजे से बैठा है।
न जाने कितनी दूर से
आता है
डाक्टर का क्या जाता है।
यदि इण्डोर पेशेन्ट की
हालत देखने जायेंगे
तो सचमुच चकरायेंगे
कई पेशेन्ट
जमीन पर सो रहे हैं
और कई
दर्द के कारण रो रहे हैं
कई उल्टा लटक रहे हैं
तो कई इलाज के लिए
भटक रहे हैं।
स्टॉफ आ रहा है
जा रहा है।
स्ट्रेचर पेशेन्ट का
रिश्तेदार ला रहा है
एक्स रे मशीन बंद पड़ी है
पेशेन्ट से ज्यादा तो
मशीनों की समस्या बड़ी है।
कई अस्पतालों में
बेड हैं, पर पेशेन्ट नहीं
कई में पेशेन्ट हैं
पर बेड नहीं।
और कई में तो दोनों हैं
पर दवाई नहीं।
अजब हाल है
सब कुछ गोलमाल है
बजट करोड़ों आता है
पर पता नहीं
कहां जाता है
डाक्टर आपरेशन में
कपड़ा/पिन तक
छोड़ आते है
पता नहीं कितनी
लापरवाही कर जाते हैं
भाई साहब!
सरकारी अस्पतालों की
यही तस्वीर है
बच के आज जाय जो
तो उसकी तकदीर है।


डॉ. नथमल झंवर
झंवर निवास
मेन रोड
सिमगा
जिला-बलौदा बाजार
पिन-493101
मो.-9479107245