बस्तर पाति अभिनंदन-2018-श्री विशाल जैन-साहित्य

बस्तर पाति अभिनंदन-2018

बस्तर क्षेत्र कमाल का क्षेत्र है। यहां विभिन्न प्रतिभायें मौजूद हैं और तो और उनकी सफलता की कहानी भी अद्भुत है। प्रदेश की सीमाओं को लांघ कर देश भर में खुद को स्थापित करने की होड़ लगी है। मैंने अपने पर्सनल अनुभवों से देखा की ये सभी सम्मानित जन अपनी धुन में रमे हुए हैं बगैर किसी प्रचार प्रसार के। आप सभी हमारे क्षेत्र के लिए एक प्रकाश स्तंभ हैं। अपने अपने क्षेत्र के अनमोल रत्न हैं। बस्तर पाति और साहित्य एवं कला समाज के माध्यम से आप का सम्मान मात्र इसलिए किया जा रहा है कि समाज आपकी प्रतिभा को पहचान कर अपने नये संदर्भ गढ़े, नये प्रतिमानों से देखना शुरू करे। हम शुरू करते हैं अप्रतिम सफलताओं की कहानियां!
पहले हम वर्ष 2018 के बस्तर पाति अभिनंदन के रत्नों को आपके समक्ष रखते हैं।

बस्तर पाति अभिनंदन-2018-श्री विशाल जैन-साहित्य

-बस्तर का दक्षिणी बस्तर वाला हिस्सा ही सबसे ज्यादा पिछड़ा माना जाता है। वहां शिक्षा से लेकर सभी गतिविधियों में रूका सा माहौल है। उस शांत तालाब में भाई विशाल ने अपने आप को एक पत्थर की तरह फेंका है। और पूरा माहौल आज साहित्यमय हो रहा है। नयी प्रतिभाओं को ढूंढना और उनको जोड़ना, उनकी आकांक्षा बन चुकी है। मंचीय कवि सम्मेलनों के माध्यम से वे लोगों को जोड़ रहे हैं। स्कूलों और कालेजों में इनके प्रयासों से एक महत्वपूर्ण वातावरण बन गया है। इसके अलावा वे एक श्रेष्ठ रचनाकार हैं अपनी शानदार आवाज में वे अपने लिखे गीतों गजलों कविताओं की प्रस्तुति देते हैं तो लोग मंत्रमुग्ध से सुनने लगते हैं। वे मेहनती हैं लगनशील हैं। नये विषयों और नये बिम्बों के प्रयोग से अपनी रचनाओं को सजाते हैं। मुझे उम्मीद नहीं बल्कि यकींन है कि विशाल भाई के द्वारा दक्षिण बस्तर में साहित्य एक विशिष्ट पहचान जरूर बनायेगा। इस यकीन के चलते आपका बस्तर पाति अभिनंदन तो बनता ही है।