बस्तर पाति अभिनंदन-2017
बस्तर क्षेत्र कमाल का क्षेत्र है। यहां विभिन्न प्रतिभायें मौजूद हैं और तो और उनकी सफलता की कहानी भी अद्भुत है। प्रदेश की सीमाओं को लांघ कर देश भर में खुद को स्थापित करने की होड़ लगी है। मैंने अपने पर्सनल अनुभवों से देखा की ये सभी सम्मानित जन अपनी धुन में रमे हुए हैं बगैर किसी प्रचार प्रसार के। आप सभी हमारे क्षेत्र के लिए एक प्रकाश स्तंभ हैं। अपने अपने क्षेत्र के अनमोल रत्न हैं। बस्तर पाति और साहित्य एवं कला समाज के माध्यम से आप का सम्मान मात्र इसलिए किया जा रहा है कि समाज आपकी प्रतिभा को पहचान कर अपने नये संदर्भ गढ़े, नये प्रतिमानों से देखना शुरू करे। हम शुरू करते हैं अप्रतिम सफलताओं की कहानियां!
पहले हम वर्ष 2017 के बस्तर पाति अभिनंदन के रत्नों को आपके समक्ष रखते हैं।
बस्तर पाति अभिनंदन-2017-श्री श्रीनिवास रथ
– साहित्य को समृद्ध करने के लिए मात्र एक साहित्यकार को मेहनत करनी होती है ऐसा आवश्यक नहीं है। इसके लिए जन जन तक साहित्य की बात पहुंचाना भी साहित्य की सेवा मानी जाती है। हमारे लेखन को, हमारे कार्यक्रम को, साहित्यकारों की उपलब्धियों को आमजन तक पहुंचाया जाता अखबारों के माध्यम से। और इसको कितने रोचक ढंग से पहुंचाया जाय ये महत्वपूर्ण होता है। ये काम बखूबी किया जा रहा है हमारे आदरणीय बड़े भैया श्री श्रीनिवास रथ जी के द्वारा। शायद ही कोई कार्यक्रम आपकी दृष्टि से ओझल होता होगा। आपके द्वारा साहित्य एवं कला समाज जगदलपुर को आगे बढ़ने बहुत सहायता मिली। इस मंच से भैया का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आपकी पत्रकारिता को सलाम करते हैं। आपके साहित्य के प्रति योगदान को बस्तर क्षेत्र के तमाम साहित्यकारों की ओर से बस्तर पाति अभिनंदन करते हैं।