बस्तर पाति अभिनंदन-2017
बस्तर क्षेत्र कमाल का क्षेत्र है। यहां विभिन्न प्रतिभायें मौजूद हैं और तो और उनकी सफलता की कहानी भी अद्भुत है। प्रदेश की सीमाओं को लांघ कर देश भर में खुद को स्थापित करने की होड़ लगी है। मैंने अपने पर्सनल अनुभवों से देखा की ये सभी सम्मानित जन अपनी धुन में रमे हुए हैं बगैर किसी प्रचार प्रसार के। आप सभी हमारे क्षेत्र के लिए एक प्रकाश स्तंभ हैं। अपने अपने क्षेत्र के अनमोल रत्न हैं। बस्तर पाति और साहित्य एवं कला समाज के माध्यम से आप का सम्मान मात्र इसलिए किया जा रहा है कि समाज आपकी प्रतिभा को पहचान कर अपने नये संदर्भ गढ़े, नये प्रतिमानों से देखना शुरू करे। हम शुरू करते हैं अप्रतिम सफलताओं की कहानियां!
पहले हम वर्ष 2017 के बस्तर पाति अभिनंदन के रत्नों को आपके समक्ष रखते हैं।
बस्तर पाति अभिनंदन-2017-श्री सुनील खेडूलकर जी
यूँ तो शहर में हर तरह की कला में माहिर कलाकार मिल जाते हैं परन्तु कुछ कलाएं ऐसी भी हैं जिनके माहिर लोग ढूंढने से भी नहीं मिलते। मैं आपको एक ऐसे ही कलाकर से परीचित करवाना चाहता हूं जो विशिष्ट कला का योगी है। वो कला है फोटोग्राफी, जी हां वो कला है फोटोग्राफी! इस कला में हमारे क्षेत्र में एक दो कलाकार ही हैं जो एक्सपर्ट हैं । श्री सुनील खेडूलकर जी अपने फन के उस्ताद हैं। वे बड़े सबरे उठकर वर्षा पानी और गर्मी में भी अपना केमरा लिए अच्छी फोटो खोजने निकल पड़ते हैं। कब कहां और कैसे फोटो मिलेगी अब वे जान जाते हैं। इसके अलावा वे नित नये प्रयोग भी करते रहते हैं। कभी पाइप से पानी बरसाते हैं तो कभी मोमबत्ती जलाकर उसके टपक जाने का इंतजार करते हैं। निकट भविष्य में उनके द्वारा खींची गई तस्वीरों की प्रदर्शनी लगने वाली है। और शायद ये कार्य करने का सौभाग्य हमारी संस्था को प्राप्त होगा। साहित्य एवं कला समाज आपके हुनर को आपकी उपलब्धी को नमन करता है। और अपने दायित्व को पूरा करता है। आपके बस्तर पाति अभिनंदन से।