बस्तर पाति अभिनंदन-2017
बस्तर क्षेत्र कमाल का क्षेत्र है। यहां विभिन्न प्रतिभायें मौजूद हैं और तो और उनकी सफलता की कहानी भी अद्भुत है। प्रदेश की सीमाओं को लांघ कर देश भर में खुद को स्थापित करने की होड़ लगी है। मैंने अपने पर्सनल अनुभवों से देखा की ये सभी सम्मानित जन अपनी धुन में रमे हुए हैं बगैर किसी प्रचार प्रसार के। आप सभी हमारे क्षेत्र के लिए एक प्रकाश स्तंभ हैं। अपने अपने क्षेत्र के अनमोल रत्न हैं। बस्तर पाति और साहित्य एवं कला समाज के माध्यम से आप का सम्मान मात्र इसलिए किया जा रहा है कि समाज आपकी प्रतिभा को पहचान कर अपने नये संदर्भ गढ़े, नये प्रतिमानों से देखना शुरू करे। हम शुरू करते हैं अप्रतिम सफलताओं की कहानियां!
पहले हम वर्ष 2017 के बस्तर पाति अभिनंदन के रत्नों को आपके समक्ष रखते हैं।
बस्तर पाति अभिनंदन-2017-डॉ राजेश थनथराटे जी
इस कड़ी में हैं सर्वप्रथम डॉ राजेश थनथराटे जी। डॉ राजेश थनथराटे जी एक शानदार गायक वादक और साहित्यकार हैं। और इन सबसे बड़ी बात ये जगदलपुर शहर को जीवंत बनाये रखने वाली स्वच्छ और साफ स्वांस हैं। आज जहां नगर स्तरीय आयोजनो की कमी पूरे देश में महसूस की जा रही है ऐसे आपने अपने जगदलपुर में साल में तीन सार्वजनिक कार्यक्रम करने की कसम खाई हुई है। और नवोदित गायकों को अपने मंच से प्रोत्साहन देकर आगे बढ़ाया है। शहर में तीन चार संस्थाएं ही हैं जो इस तरह का आयोजन करती हैं। जिसमें एक हमारी संस्था साहित्य एवं कला समाज है। दूसरी रंगमंच की संस्था है और इसके बाद डॉ राजेश थनथराटे जी की संस्था है। आप अपनी जीवटता और तमाम आलोचनाओं को झेलते हुए लगातार संगीत गीत के लिए खुद को समर्पित किये हुए हैं। साहित्य एवं कला समाज आपकी जीवटता को नमन करता है और आपकी आयोजन क्षमता के लिए अपने मंच से आपका बस्तर पाति अभिनंदन करता है।