बस्तर पाति सम्मान-2018
श्री नरेन्द्र पाढ़ी-
अपनी जमीन के लिए गौरवान्वित होना और उसके खुद को समर्पित करना एक महत्वपूर्ण काम होता है। नरेन्द्र पाढ़ी जी ने अपनी हल्बी बोली के लिए जीवन पर्यन्त कार्य किया है और आज भी रचनाशील हैं। आपकी लगन है कि आप हल्बी में व्यंग्य कविताएं व्यंग्य आलेख और हल्बी में हाइकू भी लिख रहे हैं। हिन्दी अच्छी तरह जानने के बाद भी आप हल्बी को ही अपना कार्यक्षेत्र बनाया है। यही अपके हल्बी के प्रति सम्मान को दिखाता है। आपने हल्बी के सैकड़ों नाटको में काम किया है और दर्शकों की वाहवाही लूटी है। हल्बी रंगमंच में एक वक्त लगातार आप अपना योगदान देते थे। आपकी हल्बी के प्र्रति निष्ठा और योगदान को देखकर साहित्य एवं कला समाज जगदलपुर द्वारा बस्तर पाति सम्मान प्रदान किया जाता है इस अपेक्षा से कि आप हल्बी के प्रति अपनी निष्ठा कायम रखेंगे।