चक्रधर शुक्ल की कविता

काजल चुराना

रूपसी ने
आंख का काजल चुराया
बुजुर्ग बोला
इस उम्र में तुमने
काजल क्यों लगाया।
वातावरण
उम्र से पहले
लड़की का जवान होना
पिता को डरा रहा,
अखबार खबरें गिना रहा।
वार करना
विकृत मानसिकता
सम्बंधों पर
कुठाराघात कर रही,
देह पर वार कर रही।
पानी का संकट
पउसका फौव्वारे में
नहाना जारी,
शहर में
पानी का संकट जारी।
नियमों का उल्लंघन
बाइक में तीन सवारी
बिना हेलमेट के
रफ़्तार जारी।
सलाह
युवा कालेज की फीस को
मौज-मस्ती में उड़ायें,
प्रेमिकाएं
अवसाद न बन जायें।
जमीन सुंघाना
पहलवान लड़की ने
हाथ मिलाते ही
पति को-
जमीन सुंघायी
पति ने फिर कभी
उसके काम में
टांग न अड़ायी

चक्रधर शुक्ल
एलआईजी-1
सिंगल स्टोरी, बर्रा-6, कानपुर-27
मो-09455511337