बस्तर पाति विशिष्ट सम्मान कला और साहित्य के उन कर्मवीरों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने स्वयं को स्वयं की मेहनत से एक प्रकाश स्तम्भ की तरह बना लिया है । उनके किये कार्य और उनके दिखाए मार्ग का लेखा जोखा कला और साहित्य के पुजारियों के लिए एक वन्दनीय गाथा है ।
बस्तर पाति विशिष्ट सम्मान-2021-सुरेन्द्र रावल-जगदलपुर
साहित्य एवं कला समाज जगदलपुर द्वारा उन कलाकारों और साहित्यकारों को बस्तर पाति विशिष्ट सम्मान प्रदान किया जाता है जिन्होंने अपने जीवन में एक ऐसा स्थान बना लिया है जो दूसरों के लिये एक मिसाल है। आदरणीय सुरेन्द्र रावल जी को व्यंग्य के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिये वर्ष 2021 का बस्तर पाति विशिष्ट सम्मान प्रदान करते हुये साहित्य एवं कला समाज जगदलपुर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा है।
हमारा बस्तर साहित्य के क्षेत्र में भरा पूरा रहा है। हमारे यहां हर विधा के महारथी मौजूद हैं। व्यंग्य जैसी कठीन विधा के प्रसिद्ध व्यंग्यकार श्री सुरेन्द्र रावल जी भी हैं। जिनकी कलम की धार से अच्छे अच्छे धराशायी हो जाते हैं। उनके व्यंग्य समीचीन और समाजहित में लिखे गये हैं। एक कर्तव्यनिष्ठ जागरूक व्यक्ति की पहचान सामाजिक कुरीतियों के प्रति उसका त्वरित प्रतिक्रियावादी होना होता है। रावल जी के तमाम व्यंग्य समाज में व्याप्त कुरीतियों को ही इंगित करते हैं। चाहे राजनीति हो, समाज हो या फिर सरकारी तंत्र हो या फिर फिल्मी दुनिया, साहित्य कुछ भी अछूता नहीं रहा है। आपने हमारे बस्तर में व्याप्त भ्रस्टाचार को अपने व्यंग्य नाटक में शानदार ढंग से उकेरा है।
रावल जी ने अपने जीवनकाल में नये साहित्यकारों को साहित्य से जोड़ने में जो महती भूमिका निभायी है वह रेखांकित करने योग्य है। आपने कविता में भी उतनी ही महारत हासिल की है। आपके साहित्यिक अवदानों के लिये बस्तर पाति विशिष्ट सम्मान सूरज को दीपक दिखाने की तरह है। आपने जगदलपुर और कोण्डागांव में रहकर साहित्य को समृद्व करने का कार्य ही किया है। आपकी अब तक पांच पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। जो कि आपके तमाम लेखन का कुछ प्रतिशत हिस्सा ही है। उम्मीद करते हैं कि भविष्य में आपके लेखन के और रंग भी देखने को मिलेंगे।
आपके साहित्यिक अवदान और साहित्यिक समाज को जीवंत बनाये रखने की कला को दृष्टिगत रखते हुये आपको बस्तर पाति विशिष्ट सम्मान प्रदान किया जाता है।