बस्तर पाति अभिनंदन-2018-सुश्री नैना धाकड़-पर्वतारोहण

बस्तर पाति अभिनंदन-2018

बस्तर क्षेत्र कमाल का क्षेत्र है। यहां विभिन्न प्रतिभायें मौजूद हैं और तो और उनकी सफलता की कहानी भी अद्भुत है। प्रदेश की सीमाओं को लांघ कर देश भर में खुद को स्थापित करने की होड़ लगी है। मैंने अपने पर्सनल अनुभवों से देखा की ये सभी सम्मानित जन अपनी धुन में रमे हुए हैं बगैर किसी प्रचार प्रसार के। आप सभी हमारे क्षेत्र के लिए एक प्रकाश स्तंभ हैं। अपने अपने क्षेत्र के अनमोल रत्न हैं। बस्तर पाति और साहित्य एवं कला समाज के माध्यम से आप का सम्मान मात्र इसलिए किया जा रहा है कि समाज आपकी प्रतिभा को पहचान कर अपने नये संदर्भ गढ़े, नये प्रतिमानों से देखना शुरू करे। हम शुरू करते हैं अप्रतिम सफलताओं की कहानियां!
पहले हम वर्ष 2018 के बस्तर पाति अभिनंदन के रत्नों को आपके समक्ष रखते हैं।

बस्तर पाति अभिनंदन-2018-सुश्री नैना धाकड़-पर्वतारोहण

-वर्तमान में बस्तर का नाम लगातार सुखि्र्ायों में हैं ये बात शहर का बच्चा बच्चा जानता है। और हमारे लिए गर्व की बात है कि ये सारी उपलब्धियां महिला वर्ग को मिली हैं। आरूषि सरकार, आएशा लारेंस, नैना धाकड़, रीना एक्का, ऋचा सिंह और सुकमा की काव्या। इन सारी बेटियों ने एकाएक पूरे बस्तर को देश के नक्शे में विशिष्ट बना दिया है।
नैना धाकड़ ने तो छत्तीसगढ़ की प्रथम महिला पर्वतारोही बनने का इतिहास ही रच दिया है। बस्तर जनपद में रहने वाली और महारानी लक्ष्मी बाई स्कूल में पढ़कर आगे आने वाली नैना के गुरूजनों को नमन है। जिन्होंने बस्तर की एक बेटी को यूं तराशा की वो कोहिनूर बन गया। नेपाल, सिक्किम, लद्दाख के लेह खारदुंगला और हिमाचल की पर्वतों की चोटियों पर अपनी विजय पताका फैलाकर बस्तर का मान बढ़ाया है। आप छत्तीसगढ़ की पहली महिला पर्वतारोही हैं जिन्होंने इंटरनेशल लेवल पर अपनी उपलब्धी प्राप्त की है। आपकी सफलता की कामना हर बस्तर वासी दिल से करता है। 2010 से आरंभ हुई आपकी यात्रा निरंतर जारी है। और आपका सपना है माउंट एवरेस्ट, विश्व का सबसे उंचा पर्वत। बस्तर के समस्त निवासियों की दिली इच्छा है कि आप ये उपलब्धी जल्दी प्राप्त करें।साहित्य एवं कला समाज जगदलपुर आपकी उपलब्धि पर बस्तर पाति अभिनंदन करता है।