बस्तर पाति का अंक-1 पढ़ने का सुअवसर मिला. चौंसठ पृष्ठों का सुंदर आवरण के साथ सुशोभित…
Category: पाठकों की चौपाल
समस्त सुधि पाठकगण नमस्कार! पाठकों की चौपाल लेखक और पाठक की चौपाल है। जिसमें लेखक और पाठक के बीच का संवाद पत्रिका के माध्यम से होता है। अतः आपसे निवेदन है कि समस्त प्रकार की औपचारिकताओं से दूर आप पत्रिका में प्रकाशित रचनाओं पर अपनी प्रतिक्रियायें लिखें। समीक्षा में मात्र प्रशंसा के स्वर न हों बल्कि समालोचना भी हो। सम्पादक केन्द्रित पत्र के स्थान पर रचना केन्द्रित पत्र हमें अपनी पत्रिका मे सुधार हेतु प्रेरित करेंगे और साथ ही साथ सम्बंधित रचनाकार के लिए भी एक उपलब्धि होंगे। आपके द्वारा भेजे गये पत्र में सीधे रचनाओं पर बात होगी तो आपका कीमती समय किसी रचनाकार को अपनी रचनाओं में महत्वपूर्ण बदलाव के लिए प्रेरित कर सकता है। अतः निवेदन है कि आपके पत्र रचनाकार की रचनाओं पर केन्द्रित हों न कि रचनाकार पर केन्द्रित।
प्रवेशांक पाठकों की चौपाल
आप नयी पत्रिका ‘‘बस्तर पाति’’ का प्रकाशन करने जा रहे हैं-शुभकामनाओं सहित बहुत-बहुत बधाई. साहित्य संसार…